पुलिसवाले ने की बेइज्जती तो बने सुपर कॉप, अब तक 60 एनकाउंटर, इस एग्जाम से हुआ था चयन Navneet Sikera Success Story: बड़े काम के पीछे मकसद भी बड़ा होता है. ऐसे ही एक कहानी है यूपी के सुपर कॉप नवनीत सिकेरा की. 1996 बैच के इस आईपीएस की कहानी बेहद दिलचस्प है. फिलहाल नवनीत सिकेरा फिलहाल लखनऊ में पुलिस हेड क्वार्टर में IG पद पर तैनात हैं. इनके ऊपर भौकाल के नाम से वेब सीरीज भी बन चुकी है !Navneet Sikera Success Story: बड़े काम के पीछे मकसद भी बड़ा होता है. ऐसे ही एक कहानी है यूपी के सुपर कॉप नवनीत सिकेरा की. 1996 बैच के इस आईपीएस की कहानी बेहद दिलचस्प है. उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक साधारण किसान परिवार में नवनीत का जन्म 22 अक्टूबर 1971 को हुआ था. लेकिन आज इस पुलिस ऑफिसर का ऐसा खौफ है जहां इनकी पोस्टिंग होती है अपराधी वहां से अपनी जगह बदल लेते हैं. पुलिस कॉप नवनीत सिकेरा के नाम 60 एनकाउंटर दर्ज हैं !लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब एक पुलिस कर्मी ने नवनीत और उनके पिता की बेइज्जती की थी. जिसके चलते उन्होंने पुलिस विभाग में ही नौकरी करने की ठानी और सफल रहे. दरअसल, नवनीत के गांव में उनके पिता की जमीन कुछ दबंग लोगों ने हड़प ली थी. जब इसकी शिकायत करने वह अपने पिता के साथ पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने नवनीत और उनके पिता के साथ बदसलूकी की. यहीं से नवनीत ने अपराध के खिलाफ लड़ने और पुलिस व्यवस्था को ठीक करने का संकल्प लिया !आईआईटी से पढ़कर बने आईपीएसनवनीत की शुरूआती पढ़ाई उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की एक हिंदी मीडियम स्कूल से हुई. इसके बाद दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लिया. बाद में दिल्ली आईआईटी से नवनीत ने बीटेक किया. हालांकि नवनीत ने एमटेक ना करके सिविल सर्विसेज की तैयारियां शुरू कर दी. यूपीएससी एग्जाम में टॉप रैंक मिली लेकिन अपना सपना पूरा करने के लिए आईएएस को छोड़कर उन्होंने आईपीएस को चुना. नवनीत को एएसपी के रूप में पहली पोस्टिंग गोरखपुर में मिली थी. उत्तर प्रदेश में वुमेन हेल्पलाइन नंबर तैयार करने में आईपीएस नवनीत की सबसे अहम भूमिका है. फिलहाल नवनीत सिकेरा फिलहाल लखनऊ में पुलिस हेड क्वार्टर में IG पद पर तैनात हैं. इनके ऊपर भौकाल के नाम से वेब सीरीज भी बन चुकी है ! ऐसे सिंघम् पुलिस वाले को दिल से सलाम
पुलिसवाले ने की बेइज्जती तो बने सुपर कॉप, अब तक 60 एनकाउंटर, इस एग्जाम से हुआ था चयन Navneet Sikera Success Story: बड़े काम के पीछे मकसद भी बड़ा होता है. ऐसे ही एक कहानी है यूपी के सुपर कॉप नवनीत सिकेरा की. 1996 बैच के इस आईपीएस की कहानी बेहद दिलचस्प है. फिलहाल नवनीत सिकेरा फिलहाल लखनऊ में पुलिस हेड क्वार्टर में IG पद पर तैनात हैं. इनके ऊपर भौकाल के नाम से वेब सीरीज भी बन चुकी है !Navneet Sikera Success Story: बड़े काम के पीछे मकसद भी बड़ा होता है. ऐसे ही एक कहानी है यूपी के सुपर कॉप नवनीत सिकेरा की. 1996 बैच के इस आईपीएस की कहानी बेहद दिलचस्प है. उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक साधारण किसान परिवार में नवनीत का जन्म 22 अक्टूबर 1971 को हुआ था. लेकिन आज इस पुलिस ऑफिसर का ऐसा खौफ है जहां इनकी पोस्टिंग होती है अपराधी वहां से अपनी जगह बदल लेते हैं. पुलिस कॉप नवनीत सिकेरा के नाम 60 एनकाउंटर दर्ज हैं !लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब एक पुलिस कर्मी ने नवनीत और उनके पिता की बेइज्जती की थी. जिसके चलते उन्होंने पुलिस विभाग में ही नौकरी करने की ठानी और सफल रहे. दरअसल, नवनीत के गांव में उनके पिता की जमीन कुछ दबंग लोगों ने हड़प ली थी. जब इसकी शिकायत करने वह अपने पिता के साथ पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने नवनीत और उनके पिता के साथ बदसलूकी की. यहीं से नवनीत ने अपराध के खिलाफ लड़ने और पुलिस व्यवस्था को ठीक करने का संकल्प लिया !आईआईटी से पढ़कर बने आईपीएसनवनीत की शुरूआती पढ़ाई उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की एक हिंदी मीडियम स्कूल से हुई. इसके बाद दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लिया. बाद में दिल्ली आईआईटी से नवनीत ने बीटेक किया. हालांकि नवनीत ने एमटेक ना करके सिविल सर्विसेज की तैयारियां शुरू कर दी. यूपीएससी एग्जाम में टॉप रैंक मिली लेकिन अपना सपना पूरा करने के लिए आईएएस को छोड़कर उन्होंने आईपीएस को चुना. नवनीत को एएसपी के रूप में पहली पोस्टिंग गोरखपुर में मिली थी. उत्तर प्रदेश में वुमेन हेल्पलाइन नंबर तैयार करने में आईपीएस नवनीत की सबसे अहम भूमिका है. फिलहाल नवनीत सिकेरा फिलहाल लखनऊ में पुलिस हेड क्वार्टर में IG पद पर तैनात हैं. इनके ऊपर भौकाल के नाम से वेब सीरीज भी बन चुकी है ! ऐसे सिंघम् पुलिस वाले को दिल से सलाम - _arvind.aroraj_ (@_arvind.aroraj_) on Josh: India's #1 Short Videos App
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